Ghar Ghar Nari

Staying Single is Right choice
Staying Single is Right choice

घर – घर नारी , घर – घर केस ।
जिसकी लाठी , उसकी भैंस ।।

लुटेरी दुल्हन ,का धर लो भेष ।
जितनी मर्ज़ी ,ठोको केस ||

पिता हमारे, हमको प्यारे |
पति को हम , दीखा दे तारें ||

मॉ की हर बात हम माने |
सास कहे तो समझे ताने ||

पति जो थक कर घर को आए|
मजाल हमें वो आँख दिखाए ||

पानी गर उसने माँग लिया ।
हमने बीमारी का स्वाँग किया।।

हम आज की माडर्न नारी ।
पति परिवार पर पड़ेंगी भारी ।।

अगर पति ने चूँ भी की तो।
दिखला देंगे जेल की द्वारए।।

जो ना करे नारी सम्मान,
करना होगा उन्हें भुगतान।

महिला पिता से , मन की बात ।
महिला पतियों से , धन की बात ।।

नरीयो की है बढ़ी महत्ता,
घर – घर पति दे गुजारा भत्ता ,

वाह रे कानून , तेरा खेल ।
पति न्याय मांगें तो ,भेजो जेल ।।

एकतरफा क़ानून पर महिलाओं का राज।
मासूम पति को काँटों का ताज ।।

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